राजनेता योग:
१- यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में तीसरे, छठे एवम बारहवे भाव में राहू स्थित हो |
२- यदि मंगल इन्ही भावों में स्थित हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है !
३- लग्न भाव का अधिपति छठे भाव में अपनी उच्च राशी राशी का हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
४- यदि गुरु दूसरे, पंचम और नवम भाव में अपनी राशी धनु और मीन पर स्थित हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
५- छठे भाव में पापग्रह स्थित हो और उसका स्वामी एकादश भाव में स्थित तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
६- एकादश भाव का स्वामी उच्च राशी का हो और वह उसी भाव में स्थित हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
१- यदि किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में तीसरे, छठे एवम बारहवे भाव में राहू स्थित हो |
२- यदि मंगल इन्ही भावों में स्थित हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है !
३- लग्न भाव का अधिपति छठे भाव में अपनी उच्च राशी राशी का हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
४- यदि गुरु दूसरे, पंचम और नवम भाव में अपनी राशी धनु और मीन पर स्थित हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
५- छठे भाव में पापग्रह स्थित हो और उसका स्वामी एकादश भाव में स्थित तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
६- एकादश भाव का स्वामी उच्च राशी का हो और वह उसी भाव में स्थित हो तो ऐसा व्यक्ति राजनेता होता है!
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