अध्यापक योग : ज्योतिष शास्त्र में गुरु को ज्ञान का प्रतिनिधि ग्रह माना गया है और बुध ग्रह को वाणी का प्रतिनिधि मन गया है, गुरु और बुध ग्रह की युति व्यक्ति को शिक्षा के क्षेत्र में उच्च पद पर आशीन कराती है यदि किसी जातक की जन्म कुंडली में लग्न भाव का अधिपति गुरु और बुध हो और वह दशम भाव में स्थित हो और बुध ग्रह का इस ग्रह का समबन्ध हो जावे तो ऐसा जातक शिक्षा विभाग में कार्य करता है
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