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Tuesday, October 29, 2013

सूर्य का गोचरीय फलादेश :

१- यदि किसी जातक की  चन्द्र राशि से सूर्य लग्न भाव में आता है तो ऐसे जातक को मानसिक पीड़ा, पेट सम्बन्धी विकार, यात्रा और भ्रमण होता है !यदि किसी जातक
२- यदि किसी जातक की  चन्द्र राशि से सूर्य दुसरे भाव में आता है तो ऐसे जातक को व्यापार में हानि, नीच लोगो की संगती होती है और अचानक आर्थिक नुकसान होता है और नेत्र में विकार होने का भय रहता है!
३ यदि किसी जातक की  चन्द्र राशि से सूर्य  तीसरे भाव में आता है तो जातक रोग से मुक्त होता है, मित्रो में मान  सम्मान की प्राप्ति होती है, जातक प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होता है, जातक कि वाणी में उग्रता रहती है!
४ यदि किसी जातक की  चन्द्र राशि से सूर्य चतुर्थ भाव में आता है तो ऐसे जातक को वाहन , भूमि, भवन सम्बन्धी परेशानियो का सामना करना पड़ता है और उसे माता के सुख में भी कमी होती है! जातक को राज्य एवं पिता पक्ष के भी परेशानियो का सामना करना पड़ता है, जातक को दिल सम्बन्धी रोग होने का भी भय रहता है!   
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