मिथुन लग्न और नीलम :
मिथुन लग्न में शनि अस्ठं एवं नवम भाव का अधिपति होता है इसलिए शनि ग्रह को अत्यंत शुभ ग्रह मन गया है इसके अतिरिक्त यह लग्नेश बुध का भी अभिन्न मित्र होता है ! इस लग्न के जातक को आजीवन धारण करना चाहिए ! इसे धारण करने से जातक का भाग्य उदय होता है और जातक के समस्त रुके हुए कार्य संपन्न होते है! इसे धारण करने से कार्य व्यवसाय में भी लाभ प्राप्त होता है! इसे यदि लग्नेश बुध के रत्न पन्ने के साथ धारण किया जाये तो अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है !
मिथुन लग्न में शनि अस्ठं एवं नवम भाव का अधिपति होता है इसलिए शनि ग्रह को अत्यंत शुभ ग्रह मन गया है इसके अतिरिक्त यह लग्नेश बुध का भी अभिन्न मित्र होता है ! इस लग्न के जातक को आजीवन धारण करना चाहिए ! इसे धारण करने से जातक का भाग्य उदय होता है और जातक के समस्त रुके हुए कार्य संपन्न होते है! इसे धारण करने से कार्य व्यवसाय में भी लाभ प्राप्त होता है! इसे यदि लग्नेश बुध के रत्न पन्ने के साथ धारण किया जाये तो अत्यधिक लाभ प्राप्त होता है !
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