सूर्य एवं रोग
1- सूर्य यदि वर्ष राशी में स्थित हो तो शरीर मजबूत होता है
2- मिथुन राशी का सूर्य गोचर से 6,8,12 में से किसी भी भाव पर आ जाये तो स्नायु, रक्त विकार अवम छाती से सम्बंधित विकार उत्पन होतें हैं
3- कर्क राशी में सूर्य होने के कारन शरीर दुर्बल होता है! इस राशी में सूर्य होने से कब्ज की शिकायत रहती है!
4- सिंह राशी में सूर्य होने से व्यक्ति स्थूल शरीर को होने से मुक्त हो जाता है! सिंह राशी में सूर्य होने से व्यक्ति और्वेद दवा से लाभ होता है
5- कन्या राशी में सूर्य होने से व्यक्ति को पेट से सम्बन्धित रोग होने का भया रहता है
6- तुला राशी में सूर्य होने से कमर में दर्द, पेट में विकार, मधुमेह, गुर्दे से सम्बंधित रोग होते है
1- सूर्य यदि वर्ष राशी में स्थित हो तो शरीर मजबूत होता है
2- मिथुन राशी का सूर्य गोचर से 6,8,12 में से किसी भी भाव पर आ जाये तो स्नायु, रक्त विकार अवम छाती से सम्बंधित विकार उत्पन होतें हैं
3- कर्क राशी में सूर्य होने के कारन शरीर दुर्बल होता है! इस राशी में सूर्य होने से कब्ज की शिकायत रहती है!
4- सिंह राशी में सूर्य होने से व्यक्ति स्थूल शरीर को होने से मुक्त हो जाता है! सिंह राशी में सूर्य होने से व्यक्ति और्वेद दवा से लाभ होता है
5- कन्या राशी में सूर्य होने से व्यक्ति को पेट से सम्बन्धित रोग होने का भया रहता है
6- तुला राशी में सूर्य होने से कमर में दर्द, पेट में विकार, मधुमेह, गुर्दे से सम्बंधित रोग होते है
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