मेष लग्न और नीलम:
मेष लग्न में शनि दशम और वेकदाश भाव का अधिपति होता
है एवम इसके अतिरिक्त इसके लग्नाधिपति मंगल के साथ भी सत्रुता है इसलिए इस
लग्न का लिए शनि को शुभ ग्रह नहीं मन गया है ! इस लग्न के जातक को कभी भी
नीलम धारण नहीं करना चाहिए! इसे धारण करने से जातक को लाभ की अपेक्षा हानि
का सामना करना पड़ेगा ! इसे धारण करने से राज्य, पिता पक्ष का हानि, कार्य
व्यवसाय में हानि, विशेष दक्षिण दिशा से हानि, आया के स्रोतों में कमी, भाई
बन्धुओ से विवाद का सामना करना पड़ेगा! इसके अतिरिक्त जातक को हाथ और गले
में रोग होने का भी भय रहेगा !
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